मित्र को पत्र ( गणतंत्र दिवस)
ज.
हैदराबाद,
दि:xxxxx
प्रिय मित्र xxx,
मैं यहाँ कुशल हूँ । आशा है कि वहाँ तुम भी कुशल हो। यहाँ मैं अपने स्कूल में मनाये गये गणतंत्र दिवस का वर्णन कर रहा हूँ।
हमारी पाठशाला में गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। यह तो तुम जानते ही हो कि गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाते हैं। इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। डॉ. अंबेडकर का संविधान निर्माण में विशेष योगदान था। हम सबने गणतंत्र दिवस की तैयारी एक सप्ताह पहले से ही आरंभ कर दी थी। अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अभ्यास जो करना था। पाठशाला को एक दिन पहले दुल्हन की तरह सजायी। सुबह-सुबह सब एकत्र हुए। हमारे प्रधानाध्यापक जी ने झंडा फहराया। तिरंगा झंडा फहरा उठा। सबने मिलकर राष्ट्रगान गाया। भारत माता की जय-जयकार से आकाश गूँज उठा। शहर के मेयर साहब विशेष अतिथि थे। एक-एक कर सब अतिथियों ने भाषण दिया। बच्चों ने भी भाषण दिया। हमने अनेक रंगारंग कार्यक्रम भी किये। सारा वातावरण देशप्रेम की भावना में ओत-प्रोत हो गया। हमारे प्रधानाध्यापक जी ने गणतंत्र दिवस की विशेषता बताई। सबमें मिठाइयाँ बाँटी गयीं। खेल-कूद में विजयी विद्यार्थियों को पुरस्कार दिये गये। राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' के गायन के साथ सभा समाप्त हुई।
अपने माता-पिता को मेरी ओर से प्रणाम कहना। भाई को मेरा आर्शीवाद देना। गर्मी की छुट्टियों में मेरे गाँव आने की कोशिश करना। दोनों खूब मजे करेंगे।
तुम्हारा प्रिय मित्र,
आपका नाम।
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